परिवार के प्यार में मैं भूल गई, कामयाब रही परिवार की कोशिश...! परिवार के प्यार में मैं भूल गई, कामयाब रही परिवार की कोशिश...!
मैंने आज दी अपने घरवालों को मित्रता दिवस की बधाई मैंने आज दी अपने घरवालों को मित्रता दिवस की बधाई
आपने उद्गारों को जब तक आपनी लेखनी में न कहोगे मित्रता तब तक अधूरी ही रहेगी ।। आपने उद्गारों को जब तक आपनी लेखनी में न कहोगे मित्रता तब तक अधूरी ही रहेगी ।...
नियति उनकी कैसी थी कभी द्वार तेरे वो न जा सके। नियति उनकी कैसी थी कभी द्वार तेरे वो न जा सके।
बहुत भारी सी रिश्तों की पोटली। बहुत भारी सी रिश्तों की पोटली।
था कोई द्वेष या कोई परेशानी बोली होती तुमने, नहीं होती मित्रता की हानि अब तो खो दिया तुमने अप... था कोई द्वेष या कोई परेशानी बोली होती तुमने, नहीं होती मित्रता की हानि अब...